आधुनिक सोच के ध्वजवाहक

CJI DY Chandrachud को न्यायपालिका में उनकी आधुनिक और प्रगतिशील सोच के लिए जाना जाता है। उन्होंने कई बार पुराने कानूनों की समीक्षा की है।

ऐतिहासिक फैसलों में योगदान

उन्होंने अयोध्या भूमि विवाद, धारा 377, और आधार कार्ड से जुड़ी याचिकाओं पर ऐतिहासिक फैसले सुनाए हैं।

LGBTQ+ अधिकारों के समर्थक

CJI DY Chandrachud ने LGBTQ+ समुदाय के अधिकारों का समर्थन किया और धारा 377 को असंवैधानिक करार दिया, जिससे देश में समलैंगिकता को कानूनी मान्यता मिली।

आलोचना से नहीं घबराते

CJI DY Chandrachud ने अपनी निष्पक्षता और स्वतंत्र सोच से कई बार राजनीतिक दबाव का सामना किया है, लेकिन वे कभी भी अपनी राय व्यक्त करने से पीछे नहीं हटे।

शिक्षा में उच्च योग्यता

CJI DY Chandrachud ने हार्वर्ड लॉ स्कूल से अपनी पढ़ाई की है, जो उनके ज्ञान और समझ को और मजबूत बनाता है।

पारिवारिक न्यायिक परंपरा

उनके पिता, वाई वी चंद्रचूड़, भी भारत के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं। यह पहली बार है जब पिता और पुत्र दोनों ही इस उच्चतम पद पर रहे हैं।